श्रुति।।।
व्यापार
लेन देन
उपस्थिति
आसन
आधार
देह
पुरुष
प्राण
साधू
श्रवण
व्यक्ति
पूजा
भक्ति
रस्म
सत्संग
शब्द
आनंद
जाग्रत
उन्स
पृथ्वी।।।
स्मृति।।।
ध्यान
मिलन
प्रेम
विवाह
बंधन
अनुभव
देह-बुद्धि
जाग्रत-सुषुप्ति
अर्थ
व्यक्त
मानस
मनन
नृत्य
सिद्धि
संस्कार
स्मरण
समर्पण
सिमरन
नेती नेती
सोऽहं
संकल्प
विवेक
वैराग्य
आकाश
चिदानन्द
चिदाकाश।।।
साधना।।।
परिवर्तन
आगमन
इश्क
सम्भोग
स्वपन
लीला
दर्शन
संन्यास
त्याग
मुक्ति
कल्याण
प्रकृति
प्रलय
नटराज
ताण्डव
अव्यक्त
आत्म-प्रकाश
परमाकाश
सद्चितानन्द
महादकाश
महा-मृत्यु
महा-सत्तव
महा-तत्व
पारब्रह्म
ब्रह्मचर्य
स्वर्ग
शून्य
तुरिया
योगी
यज्ञ
मोक्ष
निरवाना
सत्यम
शिवम्
सुंदरम।।।
No comments:
Post a Comment